Friday 8 January 2016

सामाजिक विघटन का संघ प्रेरित एजंडा !
मई 2014 से जब संघ परिवार के राजनीतिक घटक भाजपा ने राजनीतिक सत्ता हासिल की है, तब से देश में स्वतंत्र अभिव्यक्ति, लोकतंत्र और धर्मनिरपेक्षता पर आक्रमण जारी है. चुन चुन कर संविधानिक संस्थानों और गैर संविधानिक संस्थानों में निक्कर ब्रिगेड के महानुभावों का आधिपत्य स्थापित किया गया है. मुख्यतः हिंदू व मुस्लिम विभाजन और टकराव को बढ़ाने के लिए पिछले एकड़ेढ साल से संघ परिवार सभी हथकंड़ों को अपना रहा है. चाहे वह 'घर वापसी ','लव जिहाद ',राम मंदिर की नौटंकी, या 'गौ माता की रक्षा 'का अभियान हो, ऐसे ही समाज विरोधी हथकंड़ों के सहारे संघ परिवार घातक द्रुवीकरण की प्रक्रिया स्थापित करने में सफल रहा है. परिणामस्वरूप मुस्लिम सम्प्रदायिक तत्व भी सक्रिय हो गए हैं और उन के नेतृत्व में देश के कई राज्यों में किसी न किसी बहाने हिंसक,संकीर्ण तथा विघटनकारी प्रदर्शन हुए हैं. आज इन ही दो तत्वों का वर्चस्व नज़र आरहा है. प्रगतिशील वामपंथी तत्व अपनी इतिहासिक भूमिका निभाने में असमर्थ और असफल नज़र आरहा है. ठीक इस के विपरीत हिंदू और मुस्लिम तालिबानी अपना अपना एजंडा लागू कर रहे हैं.

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