Sunday 30 April 2017

व्यंग्य यथार्थ के आसपास !
हवाई बातें और स्वप्निल योजनाएँ परोसने में हमारे पावन देश के नेता और मार्गदर्शक अद्भुत और असाधारण हैं जिसे भक्तजन श्रधा और पूरण विश्वास के साथ स्वीकार कर लेतें हैं .जहाँ श्री ३ रविशंकर जी महाराज ने बिना किसी लागत [investment] के केवल और केवल सुदर्शन क्रिया की लच्छेदार शब्दावली के माध्यम से उच्च वर्गीय नोकरशाही तथा पूंजीपतियों के मानसिक और शारीरिक कष्ट मिटाने का दावा करते करते अपने को अरबपती की श्रेणी  में खड़ा कर दिया वहीं भगवा परिवार के एक और नवरतन सेठ रामदेव ने भी केवल और केवल योग और प्राणायाम की लच्छेदार शब्दावली के माध्यम से पूरे विश्व के समस्त रोगों का निवारण -दावा करते करते अपने और अपने वाणिज्यिक साम्राज्य को अरबपती की श्रेणी में स्थापित कर लिया है और आजकल योग तथा प्राणायाम पर प्रवचन देने के बजाय अपने उत्पादों की मॉडलिंग करते नज़र आते हैं .इसे कहते हैं -आम के आम और गुठलियों के दाम .
२१वीं शताब्दी के एकमात्र विकास मसीहा ने तीन वर्ष पूर्व प्रत्येक नागरिक को १५-१५ लाख देने का हवाई फायर कर डाला -भक्तजन मारे खुशी के जयजयकार करते करते थक गए आंखें पथरा गई पर वादा केवल चुनावी जुमला साबित होके रहगया .अभी अपने नवीनतम प्रवचन में युग/विकास मसीहा ने कहा है -"मेरी अभिलाषा है की मेरे देश का गरीब हवाई चपल पहनकर हवाई जहाज़ में सफ़र करे. साधुवाक बेशक ! अब युग
मसीहा  को कौन बताये की जो लोग रबर स्लीपर के आभाव में नंगे पैर चलते हैं ,गरीबी की रेखा से भी नीचे रहने पर विवश फूटपाथ और झोंपडियों में अपना जीवन गुजार रहे हैं वह भला कैसे उडान [उडे देश का आम नागरिक] योजना के अंतर्गत २५०० रुपया प्र/ति घंटा का किराया देने की बात सोच सकते हैं ?
नवम्बर २०१६ में जापान के साथ अहमदाबाद मुंबई बुलेट ट्रेन स्थापित करने का समझोता हो गया जिस का बजट देश के पूरे हेल्थ बजट से भी तिगुना होगा .उसके किराये की कल्पना भी आम नागरिक की सोच से परे है.
हमारा देश और हमारे देश के नागरिक महान हैं जो क्रियात्मक रूप से अपना जीवन सुधारने के लिए हनुमानचालीसा/लक्ष्मी यंत्र भी खरीदते हैं ,निर्मलबाबा की तीसरी आँख के चमत्कारिक उपाय भी अपनाते हैं और हवाई बातोँ /स्वप्निल योजनाओं पर भी असाधारण विश्वास व्यक्त करते हैं !


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Friday 28 April 2017

यह गौमाता ही है, जो ऑक्सिजन लेती भी है और छोड़ती भी है। ऐसा किसी वैज्ञानिक ने शोध करके नहीं बताया है बल्कि राजस्थान के एक मंत्री ने बरसों की घोर तपस्या के बाद यह राज जाना है। ज्ञान और भगवान दोनों ही शोध वगैरह से नहीं बल्कि तपस्या से मिला करते हैं। इससे बेचारे पीपल की यूनीक पहचान खत्म होने का खतरा पैदा हो गया है। पहले उसी के बारे में कहा जाता था कि वह अकेला पेड़ है जो दिन में भी और रात में भी ऑक्सिजन छोड़ता है। ऐसे लोग या तो विधर्मी हैं, म्लेच्छ हैं या विदेशी एजेंट हैं जो कहते हैं कि गाय की डकार से या उसके गोबर से मिथेन गैस निकलती है। बल्कि गाय के गोबर से तो नाभिकीय विकिरण तक को रोका जा सकता है।

Saturday 8 April 2017


नई दिल्ली। देश की एक आंतरिक खुफिया एजेंसी ने सरकार को IPL की वजह से गृहयुद्ध छिड़ने की आशंका जताई है। एजेंसी ने सरकार को सौंपी रिपोर्ट में कहा है कि रात्रि के 8 बजते ही देश के अधिकांश घरों में वातावरण काफी तनावपूर्ण हो जाता है। रिपोर्ट में आगाह किया गया है कि अगर TV पर आईपीएल के मैच और सीरियल्स दोेनों का प्रसारण एक ही वक्त पर होता रहा तो आने वाले समय में स्थिति नियंत्रण से बाहर हो सकती है।
खुफिया एजेंसी  के मुताबिक रात 8 से 11 का समय ऐसा वक्त होता है जब पति और पत्नी दोनों अपने-अपने कार्यों से मुक्त होकर टीवी पर अपनी आंखें आजमाते हैं। लेकिन वैचारिक मतभेद होने के कारण न तो पत्नी IPL के मैच देखने को राजी हो रही है और न ही पति सीरियल्स देखने को। दोनों द्वारा एक-दूसरे की पसंद को वाहियात और समय की बर्बादी बताने जैसे आग उगलाऊ बयानों के कारण स्थिति और भी विस्फोटक हो रही है।
रिपोर्ट में देश के 22 लाख घरों को संवेदनशील और 9 लाख घरों को अति संवेदनशील बताया गया है। फौरी तौर पर इस गृहयुद्ध का खामियाजा टीवी के रिमोट कंट्रोल को भुगतना पड़ रहा है। रिमोट की खींचातानी में उसे अंदरूनी चोट पहुंचने की आशंका से भी इनकार नहीं किया जा सकता।