Monday 20 February 2017

तुम्हारी ऐसी देशभक्ति तुम्हें ही मुबारक, 
हम तुम जैसे देशभक्त नहीं हो सकते !
देश को धर्म और दलित-सवर्ण के पाटों में बांटकर जहर उगलना नई देशभक्ति है। गरीबों, वंचितों और हाशिये पर जी रहे लोगों की बात करनेवालों को पत्थर मारना नई देशभक्ति है। सरकार की नीतियों और योजनाओं से असंतुष्टि जताने वालों को धमकाना नई देशभक्ति है। संविधान और संवैधानिक मूल्यों की बात करने वालों की जूतमपैजार करना नई देशभक्ति है। लोकतांत्रिक पद्धत्ति से सरकार बनाने वालों को, लोकतंत्र की याद दिलाने वालों को मां-बहन की गाली देना (महिलाओं को रंडी कहना) नई देशभक्ति है। मुद्दों पर आधारित विरोध प्रकट करने में किसी राजनैतिक पार्टी या धर्म का ध्यान ना रख, बिना पक्षपात किए सवाल करने वालों को पाकिस्तान का दलाल कहना नई देशभक्ति है। सार्वजानिक और राजनैतिक जीवन से धर्म को दूर रखने की अपील करने वालों को देशद्रोही का तमगा देना, नई देशभक्ति है। वैचारिक मतभेद का जवाब शारीरिक और शाब्दिक हिंसा से देना नई देशभक्ति है। ऐसा देशभक्त बनना आपको मुबारक हो, मैं और मेरी जैसे लोग नहीं हैं ऐसे देशभक्त। इस देश से इतना प्यार है हमें कि हम कभी ऐसे देशभक्त नहीं हो सकेंगे।देशभक्ति की यह नौटंकी तुम्हें ही मुबारक.

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