Wednesday 8 April 2015

दान दें ज्योंज्यों रूप बड़े त्योंत्यों !
हमारे प्राचीन "असाधारण" शास्त्र महान ज्ञान भण्डार हैं.सभी समस्याओं के उपाय भक्तजन के लिए प्रस्तुत किए गये हैं.हमारे प्राचीन शास्त्रकारों के अनुसार स्त्रियां अपने सौन्दर्य और शरीर के गठन में मनचाहा परिवर्तन कर सकती हैं.इस उद्देश्य प्राप्ति के लिए न किसी फियर ऐंड़ लवली क्रीम की आवश्यकता है न किसी cosmetic doctor की आवश्यकता है.बस उन को केवल किसी ब्राह्मण की आवश्यकता है जिसे समुचित दान दक्षिणा देकर मनचाहा रूपरंग प्राप्त किया जा सकता है.
# आप चाहें कितनी करूप हों,रति के समान सुन्दर हो सकती हैं.इस के लिए आप को नर्मदा नदी से प्राप्त वाणलिंग का पूजन करना चाहिए.पूजा में स्वर्ण रत्न और धन काम में लाना चाहिए तथा पूजन के पश्चात समस्त सामग्री की दान ब्राह्मण को कर देना चाहिए. (संक्षिप्त शिव पुराण,पृष्ट ५५१,कल्याण विशेषांक जनवरी १९६२).
# होंठों को सुन्दर बनाने के लिए,स्त्री को एक वर्ष तक मिट्टी के बरतन में पानी पीना चाहिए.एक वर्ष के बाद ,ब्राह्मण को मूंगा दान करने से उस स्त्री के होंठ अति सुन्दर हो जायेंगे.(हरिवंश पुराण,श्लोक २३).
# मोती जैसे सुन्दर दांतों की कामना करने वाली स्त्री को शुक्लपक्ष की अष्टमी का उपवास एक वर्ष तक करना चाहिए तथा एक वर्ष पूरा होने पर चांदी के दांत बनवाकर उन्हें शुद्ध दूध में डालकर दांतों सहित वह दूध ब्राह्मण को दान करना चाहिए. (हरिवंश पुराण,श्लोक २५).
# पूरे चेहरे को सुन्दर बनाने के लिए स्त्री को एक वर्ष तक प्रत्येक पूर्णिमा को ब्राह्मण को दूध से बनी मिठाई खिलानी होगी तथा एक वर्ष के बाद सोने अथवा चांदी का चंद्रमा बनवा कर ब्राह्मण को दान करना होगा.(हरिवंश पुराण, श्लोक २७-२९).
# जो स्त्री यह चाहती है कि उस के दोनों स्तन ताड के फलों समान भरे हों वह प्रत्येक दश्मी तिथि को मौन रख कर बिना मांगे अन्न का भोजन करे और एक वर्ष पूरा होने पर सोने के बने हुए दो सुन्दर बैल ब्राह्मण को दक्षिणा सहित दान में दे.
(हरिवंश पुराण,श्लोक ३०-३२).
# पतली कमर की इच्छा रखने वाली स्त्री को एक वर्ष तक एकांत में भोजन करना चाहिए और प्रत्येक पंचमी को उबला हुआ भोजन करना चाहिए. एक साल बाद ब्राह्मण को चमेली की लता का दान दक्षिणा सहित करना चाहिए. (हरिवंश पुराण,श्लोक ३३-३४).
चमत्कार में अगाध अंधविश्वास रखने वाली असंख्य स्त्रियां आज भी इसी प्रकार दानदक्षिणा देती हुई ढोंगियों की झोलियां भर रही हैं.

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