Monday 19 January 2015

शंकराचार्य वासुदेवान्नद सरस्वती का फरमान;
जब से केन्द्र में भगवा ब्रिगेड़ ने सता संभाली है, पूरा भगवा परिवार असाधारण रूप से सक्रिय हो गया है.यूं तो आजकल हर समस्या पर मुखारबिन्द से मोती बिखेर रहे हैं परन्तु भारत का हिन्दू राष्ट्रीय करण तथा मोदी जी जीवन परियन्त राष्ट्र के अध्यक्ष बने रहें -इन दो विषयों पर उन की विशेष रूचि नज़र आ रही है.
इसी संदर्भ पर अब वासुदेवान्नद सरस्वती का फरमान आया है कि प्रत्येक हिन्दू दम्पती को कम से कम दस बच्चे पैदा करने चाहिये जो उन के दृष्टिकोण से मोदी जी के लम्बे समय तक सता में बनाये रखने तथा आने वाले समय में भारत देश को हिन्दू राष्ट्र बनाने के लिए यह प्रक्रिया परम अवश्यक है.
इस उद्देष्य प्राप्ति के लिए अब संविधान में निम्न लिखित संशोधन करना ही पड़ेगा :-
# प्रत्येक हिन्दू बालक /बालिका जो एक वर्ष से दस वर्ष की आयु श्रेणी मे हूं उन्हें चुनाव में मत देने का अधिकार होगा.
# गैर हिन्दू बालक/ बालिका इस अधिकार से वंचित होंगे.
# प्रत्येक धर्म के प्रथक प्रथक चुनाव क्षेत्र होंगे परन्तु हिन्दू धर्म के लिए ७५ प्रतिशत क्षेत्र सुरक्षित होंगे.
# पूरे देश में परिवार नियोजन का उद्देश्य अब केवल और केवल हम दो हमारे दो के स्थान पर हम दो हमारे दस होगा.
# दस से अधिक बच्चे पैदा करने वालों को ताम्र पत्र से सम्मानित किया जायगा तथा जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में प्राथमिकता दी जायेगी.
# जिन गैर हिन्दू लोगों की शुद्धिकरण प्रक्रिया के पशचात घर वापसी होगी वह सभी लोग उपरोक्त सुविधाओं के अधिकारी होंगे.
जय हिन्दू राष्ट्र !

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