Wednesday 18 October 2017

व्यंग्य यथार्थ के आस पास !
राष्ट्रवादी संस्कारी सरकार  राष्ट्रमाता गायजी की विशालतम मूर्ति स्थापित करेगी !
नारदमुनि न्यूज़ सर्विस ने अति विश्वसनीय सूत्रों के हवाले से यह समाचार प्रसारित किया है कि सरकार पावन भूमि  इन्द्रप्रस्थ राज्य  के पवनपुत्र नगर में गायमाता की विशालतम मूर्ति स्थापित करेगी . वास्तुशास्त्रियों की एक टीम इस प्रोजेक्ट पर दिन रात काम कर रही है. टीम के प्रधान वास्तुशिल्पी महर्षि विश्वकर्मा ने आकाशवाणी के माध्यम से प्रोजेक्ट का महिमामंडन करते हुए स्पष्ट किया है कि यह मूर्ति ४०००  मीटर ऊँची तथा १६,००० मीटर चौड़ी होगी .इस दिव्य मूर्ति के निर्माण में प्रयोग होनेवाले fiberglass का शुद्धिकरण गौमूत्र तथा पवित्र गंगाजल से किया जायेगा .हिमालय पर्वत को मात देने वाली यह मूर्ति न केवल चंद्रलोक से नज़र आयेगी बल्कि अमेरिका जर्मनी फ्रांस रूस तथा इंग्लैंड से भी नज़र आयेगी .जहाँ इस मूर्ति के सींग में इटली के मार्बल का प्रयोग होगा वहीं इस की पूँछ को ५६ डिग्री के माप से निर्माण होगा जिस के सौजन्य से चारोंओर गौमूत्र विसर्जन का प्रबंध होगा .यह विसर्जन प्रति सेकंड ८०० लीटर ५०० मीटर की ऊँचाई तक होगा जिस की सहायता से ५ किलोमीटर तक भक्तजन दिव्य प्रसाद का ग्रहण करेंगे .रात्रिकालीन अन्तराल में यह मूर्ति तीन प्रकार के भगवा रंगों में चमकती नज़र आयेगी .जानकार वास्तुशास्त्रियों का मानना है विश्वस्तर पर इस मूर्ति का गौरव तथा महिमामंडन ताजमहल की तुलना में १०० प्रतिशत अधिक होगा .

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