Friday 26 August 2016

व्यंग्य, 
मोदी भक्त की दुविधा /बेचारा डाक्टर कोमा में !
अच्छे दिनों की प्रतिक्षा, 
(देवदूत, विशेष संवाददाता की रिपोर्ट ).
16 मई 2014 के दिन जब भाजपा को लोकसभा में पूर्ण बहुमत मिल गया, जिस के परिणामस्वरूप, प्रसन्नता की चरम सीमा में एक मोदी भक्त बेहोश होगया और कुछ समय बाद कोमा की स्थिति में चला गया. 15 मास के लम्बे अंतराल के बाद दो दिन पहले उसे बजरंगबली की कृपा से आश्चर्यजनक ढंग से जब होश आया, तो उस न डाक्टर से जिज्ञासास्वरूप पूछा :-
# अब आप भ्रष्टाचार मुक्त भारत में क्या महसूस कर रहे हैं?
# क्या राहुल गांधी और सोनिया गांधी जेल में बंद हैं या वह इटली भाग गये हैं?
# मुझे झुमरीतलया बुलेट ट्रेन में जाना चाहिए या बोईंग 707 में ?
# विदेशी बैंकों से कितना पैसा वापस आया है?
# प्रत्येक भारतीय नागरिक के खाते में 15-15 लाख जमा होने के बाद, क्या मोदी जी की कृपा से देश गरीबी मुक्त हो गया है?
# क्या अमरीकी डालर 35 रूपया के समानांतर हो गया है?
# कुकिंग गैस, सब्जियों, टमाटर, प्याज़ और आलू पर मोदी जी की सब्सडी स्कीम से क्या सभी देशवासी प्रसन्न हैं ?
# पाकिस्तान ने डरकर जब दाऊद इब्राहिम को भारत के हवाले किया, तो उस का क्या बना?
# किसानों को जब सारी ज़मीनें लौटाई गई हैं, तो क्या किसान खुश हैं?
# पाकिस्तान, अफगानिस्तान, नेपाल, बर्मा और श्रीलंका के भारत में सम्पूर्ण विलय के बाद विराट अखंड भारत के नागरिक के रूप में आप क्या महसूस कर रहे हैं ?
# क्या सेवानिवृत सैनिक एक रेंक एक पेंशन मिलने पर खुश हैं ?
* यह सब प्रश्न सुनने के बाद डाक्टर कोमा की स्थिति में चला गया है जबकि भक्त को मानसिक असन्तुलन के कारण आगरा के मानसिक रोग हास्पिटल में भर्ती किया गया है.

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