नई दिल्ली/पुणे। केंद्र सरकार ने मौसम संबंधी भविष्यवाणियों को और भी सटीक बनाने के लिए भारतीय मौसम विभाग में ज्योतिषाचार्यों की नियुक्ति करने और पैरट एस्ट्राेलॉजी को बढ़ावा देने का फैसला किया है।
इससे मौसम का अनुमान लगाने के लिए न तो नए उपग्रह छोड़ने पड़ेंगे और न ही डॉप्लर राडार जैसी तकनीकों पर भारी-भरकम खर्च करना पड़ेगा। इसका एक फायदा यह भी होगा कि मौसम संबंधी भविष्यवाणियां गलत होने पर भी कोई मौसम विभाग पर अंगुली नहीं उठा सकेगा। वैसे मौसम विभाग जो भविष्यवाणियां कर रहा है, वह उतनी ही सच हो रही हैं, जितनी कि ज्योतिषियों द्वारा की गई भविष्यवाणियां।
इससे मौसम का अनुमान लगाने के लिए न तो नए उपग्रह छोड़ने पड़ेंगे और न ही डॉप्लर राडार जैसी तकनीकों पर भारी-भरकम खर्च करना पड़ेगा। इसका एक फायदा यह भी होगा कि मौसम संबंधी भविष्यवाणियां गलत होने पर भी कोई मौसम विभाग पर अंगुली नहीं उठा सकेगा। वैसे मौसम विभाग जो भविष्यवाणियां कर रहा है, वह उतनी ही सच हो रही हैं, जितनी कि ज्योतिषियों द्वारा की गई भविष्यवाणियां।
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