कल्पना कीजिए कि यदि मानव तस्करी और बलात्कार के आरोपों का सामना कर रहे
सऊदी अरब के राजनयिक को कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार ने देशवापसी की
इजाज़त दे दी होती तो क्या होता. दक्षिणपंथी लोगों ने शायद दुनिया सर पर
उठा लिया होता.
वो कहते कि कांग्रेस ने अल्पसंख्यकों के तुष्टिकरण के लिए ऐसा किया. वो
शायद ये भी कहने से गुरेज़ नहीं करते कि कांग्रेस ने इसके लिए पैसे खाए
हैं. वो दोहरे मापदंड, छद्म धर्मनिरपेक्षता को लेकर ज़ोर-ज़ोर से चिल्ला
रहे होते.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की विभिन्न शाखाएं सऊदी दूतावास के बाहर झंडों
के साथ नारे लगा रही होतीं. विनय कटियार और प्रवीण तोगड़िया सरीखे नेता
तीखे भाषण दे रहे होते.
सऊदी अरब के राजनयिक को कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार ने देशवापसी की
इजाज़त दे दी होती तो क्या होता. दक्षिणपंथी लोगों ने शायद दुनिया सर पर
उठा लिया होता.
वो कहते कि कांग्रेस ने अल्पसंख्यकों के तुष्टिकरण के लिए ऐसा किया. वो
शायद ये भी कहने से गुरेज़ नहीं करते कि कांग्रेस ने इसके लिए पैसे खाए
हैं. वो दोहरे मापदंड, छद्म धर्मनिरपेक्षता को लेकर ज़ोर-ज़ोर से चिल्ला
रहे होते.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की विभिन्न शाखाएं सऊदी दूतावास के बाहर झंडों
के साथ नारे लगा रही होतीं. विनय कटियार और प्रवीण तोगड़िया सरीखे नेता
तीखे भाषण दे रहे होते.