Tuesday, 7 June 2016

जिनेवा. स्विट्ज़रलैंड ने हमारा काला धन लौटाना तो दूर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उसकी एक झलक देखने की भी इजाज़त नहीं दी। इससे नाराज़ होकर मोदी जी समय से पांच घंटे पहले ही अमेरिका रवाना हो गये।
Modi-Swiss
मोदी जी को ब्लैक मनी की झलक दिखाने ले जाते अम्मान
सूत्रों के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी ने स्विट्ज़रलैंड के राष्ट्रपति योहान श्नाइडर अम्मान से मुलाक़ात के दौरान काले धन का ज़िक्र किया लेकिन अम्मान ने कोई भी काला धन होने से साफ़ इनकार कर दिया। मोदी जी ने कहा- “रहन दो अम्मान भाई! मुझे तो ये भी पता है कि हमारी कितनी ब्लैक मनी आपके बैंकों में है और किस-किस आदमी की है।”
अम्मान फिर भी नहीं माने, तो मोदी जी ने कहा- “चलो नहीं लौटाते तो मत लौटाओ! लेकिन कम से कम उसकी एक झलक तो दिखा दो। इंडिया वाले पूछेंगे कि स्विट्ज़रलैंड गये थे, काला धन लाये क्या, तो कम से कम उन्हें ये तो कह दूंगा कि इस बार देख आया हूं, अगली बार ले आऊंगा।”
अम्मान फिर भी राज़ी नहीं हुए, तो मोदी जी बोले- “मैं ब्लैक मनी को हाथ भी नहीं लगाऊंगा, बस दूर से देखूंगा…प्रॉमिस! आप मुझे बस उन बैंकों का एक राउंड लगवा दें, जहां वो रक्खी है…प्लीज़!”
मोदी जी के इतना रिक्वेस्ट करने पर अम्मान राज़ी हो गये लेकिन कहा कि “बस दूर से ही देखना। और हां, नो सेल्फ़ी इनसाइड द बैंक!” मोदी जी ने कहा- “ओके जी ओके!” और बैंक की ओर दौड़ पड़े।
लेकिन पहुंचते ही गार्ड ने उनसे काले चश्मे उतरवा लिये। वो बड़बड़ाते हुए बैंक के स्ट्रॉन्ग रूम में पहुंचे और चारों तरफ़ देखकर चुपके से एक सेल्फ़ी लेने लगे, लेकिन सिक्योरिटी गार्ड्स ने उन्हें सीसीटीवी में देख लिया। वे तुरंत दौड़कर आये और बोले- “प्लीज़ सर सेल्फ़ी डिलीट कर दीजिये।”
बस फिर क्या था! मोदी जी भड़क गये- “ना चश्मे लगाने दे रहे हो, ना सेल्फ़ी लेने दे रहे हो!” और ग़ुस्से में बैंक से सीधे एयरपोर्ट निकल गये। जाते-जाते बैंक के गार्ड से बोले- “मैं सोमालिया और भूटान से काम चला लूंगा लेकिन फिर कभी स्विट्ज़रलैंड नहीं आऊंगा! और ऐसे दस-दस बैंक खोलकर दिखाऊंगा…’मेक इन इंडिया’ चल रहा है मेरे यहां!”[FN].

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