Sunday, 8 January 2017

सुशासन के सौजन्य से मूर्ति का असाधारण चमत्कार  !
देश द्रोही, वामपंथी तथा अन्य प्रगतिशील न जाने किस रोग से ग्रसित हैं जो २१वीं शताब्दी के दिव्य अवतार परम आदरणीय प्रातःस्मरणीय तथा भारत देश के केवल और केवल एकमात्र दिव्यदृष्टि वाले विकास पुरुष का येन केन प्रकारेण विरोध करते रहते हैं.अभी कुछ दिन पूर्व जब माननीय मोदीजी ने मुंबई के समुद्र में कई हज़ार करोड़ से निर्मित होने वाली शिवाजी की  मूर्ति का शिलान्यास किया तो समस्त देश द्रोहियों ने इस मूर्ति की उपयोगिता एवं प्रासंगिता पर कई प्रश्न खडे कर दिए .हमें तो उनकी अज्ञानता पर दया आती है .उन्हें पता ही नहीं चला की मूर्ति प्रकरण मोदीजी का असाधारण एजेंडा [मास्टर स्ट्रोक ]है जिस से असाधारण चमत्कारी लाभ होंगे .
अत्यंत गोपनीय सूत्रों से पता चला है कि मूर्ति निर्माण में सोलर टेक्नोलॉजी में प्रयोग होने वाले chemicals का प्रयोग होगा जिस के परिणामस्वरूप समस्त मुंबई को  पर सस्ती दरों पर बिजली प्राप्त होगी .यह टेक्नोलॉजी जिस का आधारभूत ज्ञान ऋग्वेद से लिया गया है केवल और केवल भारत के पास है .
इस मूर्ति की सहायता से समुद्र की चारों दिशाओं में दूर दूर तक शतप्रतिशत निगरानी [Surveillance] भी होगी जिस से किसी विदेशी घुसपैठ की सम्भावना समाप्त होगी और देश को वर्ष २००८ जैसे हालत का सामना नहीं करना होगा .
#विश्वगुरु_बनने_की_ओर_बड़ते_कदम 

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