Sunday, 21 December 2014

भारत सरकार की विभिन दिशायें तथा नीति विरोधाभास !
कहा जाता है प्राचीन रूम में एक देवता के बारे प्रचलित विश्वास अनुसार उसके दो विपरीत दिशाओं वाले  दो चेहरे थे -एक चेहरा बीते कल का प्रतीक था जबकि दोसरा चेहरा भविष्य का प्रतीक था ! कुछ इसी प्रकार भारतीय जनता पार्टी सरकार की पॉलिसीस के विषय में चार चेहरे नज़र आते हैं ! यह सर्व विदित है -भारतीय जनता पार्टी की प्रथामिकता में हिन्दुत्व एजेंडा सर्वुपरी है -सो यदि इन चार चेहरों को ब्रह्मा का प्रतीक माना जाये तो तुलना को तरक्संगत ही समजना चाहये !
पहला चेहरा केवल देश की आर्थिक प्रगति तथा विकास की बात करता है !
दोसरा चेहरा उन सभी मंत्रियों का प्रतीक है जिन का कोई भी उतर्दयितव नहीं है ,वो जब चाहें जैसा चाहें बोल सकते हैं !
तीसरा चेहरे का विशेष दायित्व है -सामाजिक विघटन की भाषा बोलना ;एक धार्मिक विश्वास को अन्य धार्मिक विश्वास के समुख खड़ा करना; एक भाषा विशेष को संकीरण आधार पर प्राथिमकता देना !
चुतर्थ चेहरे का कार्य मन को मोहित करने वाले नारे लगाना तथा सुंदर भविष्य बारे नीति कार्यक्रम की समय समय पर घोषणा करना !
कमाल की बात है इन सभी प्रोग्राम का निर्देशन एवं नियंत्रण रिमोट कण्ट्रोल के सोजन्य से महाराष्ट्र प्रदेश के नागपुर नगर से होता है !कौन कहता है हमारे देश में पालिसी का अभाव है ? नई  शताब्दी में हम पूरण प्रगति की  दिशा में ४ बिंदु कार्यक्रम की सहायता से अवश्य ही अन्य देशों की तुलना में तेजी से चल रहे हैं !जय हिन्दू राष्ट्र !

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