Sunday 13 January 2019

Sir, 
This is in reference to article titled "Remarks that shocked Indian science congress" by Khurshid Ahmad Tariq [Daily Excelsior,dated January 12,2019.The article is very relevant and thought provoking in the backdrop of unscientific and irrational claims made at recently concluded 106th Indian science congress .Majority segment of society is deeply shocked and disturbed that false claims based on mythological stories from Hindu scriptures were presented and glorified as ancient divine scientific wisdom that too in the 106th Indian science congress.It is beyond any comprehension or logic to allow any pseudo claim to be presented as scientific one-which cannot  be scrutinized under established scientific parameters and analogy. The learned author has rightly pointed out,"the irony is that these speakers made the mythological remarks before the house of children. What type of impact  that is going to have on the minds and thoughts of these budding scientists?Do they want to push them back to the myths of Ramayana and Mahabharata and deprive them from developing the passion and zeal  of science at a time when science and technology has already revolutionised the living on this planet?".Such deliberations not only tarnish the image of Indian scientists globally but also undermine the credibility of the genuine contributions of the great science personalities of yore like Acharya Prafulla Chandra Ray,  Sir Ramnath Chopra and Professor P Parija.Just imagine, a vice-chancellor claiming that the 100 Kauravas were test tube babies,ancient Indians had guided missile technology, Ravana had 24 types of aircraft, Brahma knew about dinosaurs,west took the concept of dinosaurs from the vedas,origin of the word dinosaur was from Sanskrit and above all a 'scientist' dismissing Einstein's relativity, Newton's gravity and Hawking's theory of black holes with the claim that his own theory would soon take over with brand new nomenclature "MODI WAVES".The fact of the matter is that today significant number of scientists and academicians though best beneficiaries of modern science and technology,  are following the policy of sycophancy and appeasement of present ruling polity for their vested interests and ulterior motives. It will be very pertinent to point out here that present ruling polity is patronizing and working in complete contradistinction of the constitutional clause 51 A[h]  on fundamental duties  which reads,"it shall be duty of every citizen of India to develop the scientific temper,humanism,and the spirit of inquiry and reform".
yours sincerely 
Dr H N Patwari.

Tuesday 1 January 2019

भारत के सब से अमीर 10 मंदिर
केरल का पद्मनाभन मंदिर, आंध्र प्रदेश का तिरुमाला तिरुपति वैंकटेश्वर, शिरडी साईं बाबा मंदिर, जम्मू का वैष्णो देवी मंदिर, मुंबई का सिद्धिविनायक मंदिर, अमृतसर का गोल्डन टैंपल, मदुरई का मीनाक्षी मंदिर, पुरी का जगन्नाथ मंदिर, वाराणसी का काशी विश्वनाथ और गुजरात का सोमनाथ मंदिर.
केरल का पद्मनाभन मंदिर देश का ही नहीं वरन दुनिया का सब से अमीर मंदिर है. इस मंदिर की कुल संपत्ति की कीमत 20 बिलियन डौलर आंकी गई है, जो मुकेश अंबानी की कुल संपत्ति की कीमत से भी अधिक है.
इन मंदिरों में हर साल करोड़ों रुपयों का चढ़ावा चढ़ता है. इन के अलावा हीरा, सोना, चांदी अलग से. ये तो प्रसिद्ध मंदिरों की बातें हैं. लेकिन छोटेछोटे मंदिर, यहां तक कि सड़क के किनारे पीपल के पेड़ के नीचे बने एक छोटे से मंदिर और छोटे से छोटे पूजन में भी पंडेपुजारियों की जेबें भरना हिंदू समाज हिंदुत्व समझता है, ईश्वरभक्ति समझता है.
किसी के बुजुर्ग मातापिता बीमार होंगे तो भले ही बेटा उन के इलाज पर इतना पैसा खर्च नहीं करेगा, उन की देखभाल के लिए छुट्टी नहीं ले पाएगा, लेकिन उन की मृत्यु के बाद 13वीं तक छुट्टी भी लेगा और उन की 13वीं, बरसी वह सारे कर्मकांड निभा कर पंडितों को खूब दानदक्षिणा भी देगा और पुण्य कमाएगा. अजीब सोच है, अजीब विचार हैं. विचित्र मार्ग है हिंदू धर्म का व ईश्वरभक्ति का.

Monday 31 December 2018

सरकार इन्फौर्मेशन टैक्नोलौजी एक्ट में कई संशोधन कर के आम चुनाव से पहले शिकंजा कस देना चाहती है ताकि मोदी के पुराने वीडियों, जिन में उन्होंने खुद घृणा फैलाने वाले भाषण दिए हैं, को कोई फौरवर्ड या रीट्वीट न कर सके. यह काम कठिन है पर सरकार के लिए असंभव नहीं है. हमारा कानून चमत्कारों की झूठी कहानियों के प्रचार को संस्कृति प्रसार के प्रमाणपत्र देता रहता है जबकि चमत्कारों के तार्किक विश्लेषणों को धर्मविरोधी कह कर पुराने कानूनों के  तहत रोकता रहता है.
आज देश में फैले अंधविश्वासों का कारण झूठे संदेशों का खुलेआम प्रसार भी है पर सरकार की, अब भाजपा की, पहले की कांग्रेस की, उन्हें रोकने की मंशा नहीं रही. डिजिटल तकनीक से झूठी खबरों पर नियंत्रण के बहाने भाजपा सरकार केवल अपनी पोल खोलने वाली तार्किक और सत्य बातों को झूठी करार दे कर रोकेगी, यह तय है. आईटी एक्ट में संशोधन असल में तर्क और सच को दबाने के लिए है यानी सच की हार होगी, जीत नहीं.

Friday 28 December 2018

जीतने के बाद नरेंद्र मोदी की पार्टी एकदम पलटी मार गई और उस ने ‘विकास’ की स्पैलिंग बदल कर ‘विनाश’ कर दी. नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भजपा की सरकार ने नोटबंदी कर के करैंसी का विनाश कर दिया, उस ने जीएसटी लागू कर के व्यापार का विनाश कर दिया, उस के गुर्गों ने गौरक्षक बन कर कानून व्यवस्था का विनाश कर दिया, उसने लोगों की बातें सुनना बंद कर के लोकतंत्र में जरूरी संवाद का विनाश कर दिया, उस ने मीडिया पर दबाव डाल कर स्वतंत्र व निर्भीक पत्रकारिता का विनाश कर दिया. और सब से बड़ी बात, पिछले दरवाजे से आरक्षण विरोधी बातों को हवा दे कर उस विश्वास का विनाश कर दिया जो देश के शूद्रों व अछूतों (ओबीसी व एससीएसटी) में पनप रहा था कि वे बराबर के हो जाएंगे.

Thursday 27 December 2018

जाने माने अभिनेता नसीरुद्दीन शाह के नाम खुला खत !
डियर नसीरुद्दीन,
मैं आपको बधाई देता हूं कि परेशानी के आलम में भी आप ने होश हवास कायम रखा और बिना किसी झिझक और डर के मन की बात कह दी-यह जानते हुए भी कि मन की बात अभिव्यक्त करने का सुरक्षित अधिकार केवल और केवल शहंशाह के लिए है। कारवां-ए-मुहब्बत वीडियो के वयरल होते ही भक्तजनों और चापलूस मीडिया का कहर टूट पड़ा। राजस्थान के #सेक्युलर मुख्यमंत्री को अजमेर लिटररी फेस्टिवल में आप की भूमिका पर अंकुश लगाना पडा ।आज भगवा राज में एक आम नागरिक की तुलना में गाय का अस्तित्व महा प्रासंगिक है -यह कहना गुनाह ही नहीं गुनाह-ए-अज़ीम है । एक धर्म विशेष से प्रेरित कट्टरवाद , असहिष्णुता तथा घृणा के वातावरण में अपने धर्म निरपेक्ष बच्चों के भविष्य और उनकी सामाजिक सुरक्षा का प्रश्न , केवल आप की चिंता और चिंतन का विषय न होकर हम जैसे लाखों अभिभावकों की चिंता और चिंतन का विषय है।
स्वभाविक जिज्ञासा है, ऐसी पृष्ठभूमि में आप की तार्किक अभिव्यक्ति पर इतना हंगामा क्योंकर बरपा हो गया ? पहला कारण आप का नाम नसीरुद्दीन है (शाह होना तो वरदान है),दूसरा कारण आप लेफ्टिनेंट जनरल ज़मीरुद्दीन शाह के सगे भाई हैं जिन की अंग्रेजी भाषा में प्रकाशित पुस्तक " सरकारी मुसलमान"में २००२ के गुजरात नरसंहार सम्बंधित कुछ तथ्यों का पर्दाफाश हुआ है- किस प्रकार सूचना के बाद भी पूरे ३४ घंटे ज़मीरूद्दीन शाह के नेतृत्व वाली सहायता हेतु ३००० सैनिकों की टुकड़ी को अहमदाबाद हवाई अड्डे की परिधि में ३४ घंटे रखा गया जबकि खून की होली में गोलियां बरसा रही थीं (We just stayed helplessly in the airfield for almost 34 hours. We could hear gunshots and do nothing) !
बहुप्रचारित गुजरात माडल प्रबंधन पर प्रश्न करना भी अपराध की श्रेणी में आता है और दोनों भाइयों का अपराध महा अपराध की श्रेणी में आता है। अंधभक्तजनों को फिल्म सरफरोश में आपका पाकिस्तानी एजेंट गुलफाम हसन का रोल याद है परन्तु फिल्म हे राम में आप का बापू का रोल याद नहीं आ रहा है- कैसी विडम्बना है ?
जिन्न को दुबारा बोतल में बंद करने का दायित्व अकेले आप का नहीं है बल्कि उन सभी नागरिकों का भी है जो आप की तरह संवेदनशील हैं और आपके साथ चिंता और चिंतन में शामिल हैं।वह सुबह कभी तो आएगी !
(हृदय नाथ) !

Monday 24 December 2018

मंगलवार का पाखंड एवं मंगलवार व्रत कथा  !
हिन्दू धर्म अंधभक्तों के धार्मिक,आर्थिक तथा सामाजिक शोषण के लिए परजीवी ब्राह्मणों के पूर्वजों ने अपने वंश के सम्पूर्ण हित के लिए सप्ताह के सातों दिन व्रत कथाओं का ऐसा प्रपंच   रच रखा है जिस के झाल से यजमान बाहर निकलने की कल्पना भी नहीं कर सकता है  !यह व्रत कथाएँ अन्धविश्वास ,अकर्मण्यता एवं मानसिक दीवालियापन का ठोस आधार है !व्रत पालन धर्म अंधभक्तों के लिए सभी पापों से मुक्तिनिवारण  ,जीवन पर्यन्त सुख शांति ,यश कीर्ति तथा मृत्यु पश्चात् स्वर्ग प्राप्ति की इन्शोरंस पालिसी है जिस के लिए भक्तजन येनकेन प्रकारेण कोई भी कीमत अदा करने को सदा तत्पर रहता है हालाँकि स्वर्ग नरक मोक्ष भवसागर ,वैतरणी आदि आदि  यह सब मात्र कोरा कल्पना शास्त्र है !जब मृत्यु पश्चात् शरीर भस्म हो जाता है तो ऐसे पाखंड का भला क्या औचत्य है ! 
मंगलवार व्रत कथा के अनुसार एक मंगलभ्क्त निसंतान वृद्ध वेद प्राग नामक ब्राह्मण ने किसी दूसरे ब्राह्मण से कन्या ले कर उसका पालनपोषण किया ! कथा अनुसार पूर्व जन्म में उस कन्या ने मंगलवार के नियमपूर्वक व्रत किए तथा विधिवत मंगलवार व्रत कथा सूनी थी !इसी कारण उसके अंगों से सोना निकलता था !उस कन्या का सोमेश्वर से विवाह रचाया गया !चोरों ने उसके पति को मार दिया ! तब प्रथा अनुसार उसने अपने पति के साथ सती होना चाहा तो तथा कथित मंगलवार देवता ने प्रकट होकर उसे ऐसा करने से रोक कर उसके पति को अजर अमर होने का वरदान दे दिया !
भक्तजनों को मंगलवार का व्रत धारण करके , मंगलवार व्रत कथा का तोतारटंत सुनने सुनाने तथा परजीवी ब्राह्मणों के हाथों शोषण का शिकार होकर क्या असाधारण लाभ प्राप्त होता है यह भक्तजन ही बता सकते हैं !वैसे भी यथा राजा तथा प्रजा कहावत के अनुसार आजकल भारतीय भजन मंडली राज में हिन्दू राष्ट्र एजेंडा के अंतर्गत ऐसे पाखंड को खूब सरकारी समर्थन प्राप्त है !
2018 : ludicrous saffron sermons 🙉🙉🙉
Statement 1: Stephen Hawking said the Vedas have theory superior to Albert Einstein's E = mc 2. Statement 2: Cow is the only animal that inhales and exhales oxygen. Statement 3: We need not look to an US observatory for specifics about lunar and solar eclipses; our pundits consulting the Panchang (Hindu calendar) can do better. Statement 4: Cow urine can treat cancer. Statement 5: Yoga is a solution to all problems, including farmer deaths. Statement 6: Ganesha, the elephant god, is proof that India always knew of plastic surgery. Statement 7: Cow dung is more precious than the Kohinoor, even the Supreme Court says so. Statement 8: Darwin's theory of evolution is wrong and needs to be expunged from school and college curricula; nobody ever saw an ape turn into a man. Statement 9: There is no difference between the language of Shah Rukh Khan and Hafiz Saeed. Statement 10: In 2014, after 30 years, 600 crore or 6 billion voters in India (our population is 1.3 billion) provided complete majority to a political party to form government at the Centre. Statement 11: If a person has a cycle, a person aspires a scooter. If a person has a scooter, a person aspires a car. It is natural to aspire. India is getting increasingly aspirational. Statement 12: India has finally been able to electrify all its villages before the set target date and to bear it up, a Nasa map of India on Diwali night.🤔🤔🤔
The attributions, if you must have them, are in the following order - Union minister of science and technology Harsh Vardhan, Rajasthan's education minister Vasudev Devnani, home minister Rajnath Singh, RSS leader Indresh Kumar, Union agriculture minister Radha Mohan Singh, Prime Minister Narendra Modi, BJP spokesperson Sambit Patra, Union minister Satyapal Singh, UP chief minister Yogi Adityanath when he was still not CM, the PM at Davos in January, the PM in London this April, Union minister Piyush Goyal on behalf of the PM, last week.